जिंदगी का देख मकसद, गीत गाना हो गया ।१।
प्यार की बातें करी थी, आज भी वो याद है,
तीर जो नजरों से छोडा, मैं निशाना हो गया ।२।
गीत जो गाये कभी थे, याद अब भी है मुझे,
आपकी आवाज सुनकर, ही दिवाना हो गया ।३।
सांस ने ये शर्त रख दी, जिंदगी जीना है गर,
इसलिये ही नाम तेरा, गुनगुनाना हो गया ।४।
कौन देता है दुआयें, हम नहीं ये जानते,
आजकल लोगो का मकसद, धन कमाना हो गया ।५।
वाह भाई बढ़िया।
ReplyDeleteधडकनो ने याद तुजको इस कदर है किया।
नाम तेरा फिर लबो पे एक तराना हो गया।
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वाह वाह वाह्ह सौरिन भाई
Deleteगज़ब
क्या कहने आपके