कई दिनों से खबर चली थी, ये कैसी लाचारी है
सत्ता के हाथो में मोदी, ने क्यों चुप्पी धारी है
माह सितम्बर की थी उन्नीस, जब आतंकी आये थे
भारत की धरती पर फिर से, खूनी बादल छाये थे
पर देखो सेना ने फिर से, अपना जौहर दिखा दिया
आतंकी को आज अनोखा, अपना तेवर दिखा दिया
निंदा करने वाली देखो, अब ऐसी सरकार नहीं
बंदूको के मुंह न खोले, ये इतनी लाचार नहीं
सुन लो पाकिस्तानी चूजो, तेरा काम नहीं होगा
ख़ामोशी जो तोड़ी अबके, तेरा नाम नहीं होगा
ये है छप्पन इंची सीना, अब जमके गुर्राया है
पीओके में जाकर अब तो, देखो सबक सिखाया है
न समझो अभिमन्यु हमको, जो छल से मर जाता है
अर्जुन की शक्ति है हम में, व्यूह भेदना आता है
भारत की सेना दुश्मन पर, पड़ती अब तो भारी है
आतंकी को मारा हमने, अब अगली तैयारी है
-हिमांशु भावसार 'हिंद'
झाबुआ-इंदौर (म.प्र.)
No comments:
Post a Comment