12 January, 2016

ग़ज़ल : कभी मेरे ग़ज़ल गीतों ने, जिसको गुनगुनाया है

love break up indore


ज़रा देखो फ़िज़ाओं ने, हसीं फिर राग गाया है
बहारों का जवां मौसम, किसी की याद लाया है।१।

मुझे ये भी पता है वो, नहीं अब आ नहीं सकता,
कभी मेरे ग़ज़ल गीतों ने, जिसको गुनगुनाया है।२।

फ़क़त यादें रही बाकी, मगर वो प्यार अब भी है
मुझे बस ये शिकायत है, कि मुझको आज़माया है।३।

मुहब्बत की निशानी को, कहाँ ढूंढूं बताओ तुम,
कि उसकी याद बाकी है, जिसे दिल में बसाया है।४।

कहाँ से आ गया देखो, मुझे सपना सा लगता है,
दिलों का खेल फिर देखो, मुझे फिर से खिलाया है।५।

नया फिर रूप लेकर 'हिन्द', यहाँ पर आ गया शायद,
बढ़ाने को कहानी फिर, नया किरदार आया है।६।


Himanshu Bhawsar Hind Jhabua Indore-हिमांशु भावसार 'हिंद'

झाबुआ-इंदौर (म.प्र.)
+91-88270-89894

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